डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्य करने का अपना अंदाज है। ऐसा लगता है कि वह वह एक लक्ष्य निर्धारित करने के बाद अगले की तैयारी में लग जाते है। वहां तक पहुंचने की पूरी प्रक्रिया पर उनकी लगातार निगरानी रहती है। गत दिवस उन्होंने टेस्टिंग क्षमता का लक्ष्य तीस हजार निर्धारित किया था। उसी समय से अधिकारी उसे हासिल करने में लग गए थे। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसमें दस हजार की वृद्धि कर दी। उन्होंने आज की बैठक में कहा कि टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर चालीस हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जाए। आरटीपीसीआर विधि से तीस हजार टेस्ट प्रतिदिन तथा ट्रूनैट एवं रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से दस हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं।
इसी के साथ अधिक संक्रमण वाले जनपदों के कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए हैं। कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण मुख्यमंत्री ने बचाव व इलाज की तैयारी भी तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। लोगों को मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने तथा अनावश्यक घर से बाहर न निकलने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए।