डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुम्बई यात्रा अपने उद्देश्य में सफल रही। यूपी में फ़िल्म सिटी के निर्माण पर फ़िल्म जगत ने उत्साह दिखाया। उत्तर प्रदेश में निवेश के प्रति भी आकर्षण बढा है। इसके अलावा उनकी यात्रा से विरोधी बेचैन हुए। यह भी योगी की सफलता का प्रमाण है।

महाराष्ट्र में शिवसेना का कांग्रेस व एनसीपी बेमेल गठबंधन की सरकार चला रहे है। इसको लेकर इन पार्टियों के विधायकों को भी आशंका बनी रहती है। इस कारण सरकार में बैठे लोग भी भविष्य को लेकर भयभीत रहते है। तनिक आहट से भी ये सहम जाते है। योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री होने के साथ ही राष्ट्रीय पार्टी के नेता है। उनका रुख भी व्यापक रहता है। वह उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु जब कोई प्रस्ताव करते है तब उसका भी राष्ट्रीय हितों से ही जुड़ाव होता है। वह नए निवेश व नव निर्माण की बात करते है। उन्होंने ऐसा कुछ कहा या किया नहीं जिसका महाराष्ट्र या किसी अन्य प्रान्त पर प्रतिकूल प्रभाव हो। लेकिन उद्धव ठाकरे संजय राउत वेवजह घबरा गए। इसका मतलब है कि योगी की मुम्बई यात्रा सफल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुम्बई यात्रा का उद्देश्य सकारात्मक था। इसमें उत्तर प्रदेश के साथ ही राष्ट्रीय विकास का समावेश था। किसी अन्य प्रदेश से कुछ उठा कर लाने की कल्पना भी नहीं थी। यह अवश्य बताया गया कि उत्तर प्रदेश में विगत तीन वर्षों में निवेश के अनुकूल माहौल बनाने में उल्लेखनीय सफलता मिली है। इज ऑफ डूइंग सूची में यूपी बुलन्दी की ओर अग्रसर है। यहां फ़िल्म सिटी का निर्माण भी अंततः राष्ट्रीय हित को ही आगे बढ़ाएगा। स्वस्थ्य प्रतिद्वंदिता प्रारम्भ होगी। पिछले दिनों मुम्बई फ़िल्म जगत को लेकर अनेक सवाल भी उठाए गए। स्वस्थ्य प्रतिद्वंदिता के अभाव में भी इस प्रकार की कमियां आती है। योगी आदित्यनाथ ने इस ओर ध्यान दिया। इसीलिए उन्होंने यूपी में फ़िल्म सिटी निर्माण का शुभारंभ किया। योगी प्रत्येक कार्य को पूर्ण क्षमता के साथ बेहतरीन रूप देते है। प्रयागराज कुम्भ,इन्वेस्टर्स समिट आदि ऐसे अनेक उदाहरणों से यह प्रमाणित है। ऐसा ही वह फ़िल्म सिटी के संदर्भ में कर रहे है। इस संबन्ध में पिछले दिनों फ़िल्म जगत के अनेक लोगों के साथ उन्होंने व्यापक विचार विमर्श किया है। मुम्बई यात्रा के दौरान भी उन्होंने इस विचार विमर्श को आगे बढ़ाया है। अक्षय कुमार के अलावा उन्होंने बॉलीवुड के निर्देशक और निर्माताओं से भी चर्चा की है। लेकिन संकुचित मानसिकता का परिचय देते हुए उद्धव ठाकरे,संजय राउत आदि लोग बयानबाजी करने लगे। योगी की फिल्मसिटी को लेकर कई निवेशकों से वार्ता भी महत्वपूर्ण रही।

उद्धव ठाकरे बोले कि उद्योगपतियों में आज भी महाराष्ट्र का आकर्षण कायम है। राज्य का कोई भी उद्योग बाहर नहीं जाएगा,बल्कि अन्य राज्यों के उद्योगपति भी महाराष्ट्र में उद्योग लगाने के लिए आएंगे। राज्य के उद्योग राज्य में ही रहेंगे। चिल्लाकर,धमकाकर कोई लेकर जाना चाहेगा तो मैं वह होने नहीं दूंगा। जबकि योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कुछ नहीं कहा,जिसको धमकी कहा जाए। जहां धमकी देने वाले होते है वहाँ की उद्योग लगाने का इच्छुक नहीं होता। योगी आदित्यनाथ ने तो उत्तर प्रदेश में निवेश के अनुकूल माहौल बनाया है। इसलिए उद्योगपति आकर्षित हो रहे है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में दो सौ करोड़ रुपये के लखनऊ नगरपालिका बांड का शुभारंभ भी सकारात्मक प्रयास था। इसी प्रकार डिफेंस कॉरिडोर और उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण से संबंधित उद्यमियों एवं फिल्म निर्माताओं से मुलाकात भी देश में स्वस्थ्य प्रतिद्वंदिता के अनुकूल रही। योगी आदित्यनाथ की मुम्बई यात्रा अनेक द्रष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही। उद्योग और फ़िल्म जगत ने योगी के प्रयासों पर उत्साह दिखाया। यह माना गया कि उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल कायम हुआ है। इसी के साथ योगी आदित्यनाथ ने इस यात्रा के दौरान कीर्तिमान भी बनाये। इनका सीधा संबन्ध उत्तर प्रदेश के विकास से जुड़ा है। औद्योगिक विकास के व्यापक सन्दर्भ में ही योगी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज गए थे। यहां पहुचने वाले उत्तर प्रदेश के वह पहले मुख्यमंत्री है। वह इस भवन की पच्चीसनवी मंजिल पर भी गए। यहां से सदैव जागृत रहने वाली मुम्बई को देखा। शेयर मार्केट के इतिहास की जानकारी प्राप्त की। वहां उपस्थित लोगों के आग्रह पर बीएसई के प्रतीक बुल के साथ फ़ोटो भी खिंचवाई।

दूसरा कीर्तिमान म्युनिसिपल बॉण्ड के संबन्ध में कायम हुआ। उत्तर भारत से पहला म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने वाला निकाय लखनऊ नगर निगम बना। यह योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में संभव हुआ। बीएसई के हेरिटेज हॉल में आयोजित रिंगिंग बेल सेरेमनी में मुख्यमंत्री ने परंपरानुसार बेल बजाकर लखनऊ नगर निगम का म्युनिसिपल बॉन्ड जारी किया। योगी ने विश्वास व्यक्त किया कि लखनऊ के बाद अब गाजियाबाद के म्युनिसिपल बॉण्ड जल्दी ही जारी होगा। लखनऊ नगर निगम के म्युनिसिपल बॉन्ड की बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बीएसई में लिस्टिंग हो गई।

ईज ऑफ डूइंग में कीर्तिमान

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईज ऑफ बिजनेस डूइंग की राष्ट्रीय स्तर की हालिया रैंकिंग में उत्तर प्रदेश ने पिछले वर्ष के प्रदर्शन से आगे निकलते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। यह रैंकिंग निवेशकों,उद्यमियों और उद्योग जगत के विश्वास का ही प्रमाण है। उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की धुरी बनेगा। कोरोना के इस कालखंड में लखनऊ नगर निगम दो सौ करोड़ रुपये के म्युनिसिपल बॉन्ड की लिस्टिंग के साथ आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ेगा। निवेशकों की रुचि के कारण ही यह बॉण्ड ओवर सब्सक्राइब हुआ। साढ़े चार गुना अधिक ओवर सब्सक्रिप्शन मिलना, शानदार है। यह म्युनिसिपल बॉन्ड यूपी में नगर निगमों की कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार का प्रतीक है। बॉण्ड के माध्यम से निकायों में प्रशासनिक और वित्तीय सुधार सम्भव हो सकेंगे। प्रदेश में एमएसएमई इकाइयों को एनएसई और बीएसई में लिस्टिंग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं। अब तक पन्द्रह इकाइयों ने बीएसई में लिस्टिंग कर अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कदम उठाया है।

निवेशकों की सरलता और सुगमता के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। सिंगल विंडो प्रणाली के माध्यम से हाल के समय में उत्तर प्रदेश में निवेशकों की जरूरतों और अपेक्षाओं का यथोचित समाधान हो रहा है। यूपी इन्वेस्टर समिट में उद्योग जगत की ओर से यूपी को आशातीत सहयोग मिला। यह प्रयास सतत जारी रहेगा। अब यूपी में डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना हो रही है,जो देश को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में ग्लोबल हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा। उत्तर प्रदेश में निर्माणधीन फ़िल्म सिटी के प्रति मुंबई कला जगत ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है। फ़िल्म उद्योग से जुड़े लोगों को योगी आदित्यनाथ की कार्य शैली पर भी विश्वास है। यह माना जा रहा है कि योगी के सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म सिटी निर्माण संबन्धी दावे में दम है। प्रारंभिक विचार विमर्श के बाद ही यहां फ़िल्म सिटी निर्माण कार्य का शुभारंभ भी हो गया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ स्वयं इस क्षेत्र के अनुभवी लोगों से विचार विमर्श कर रहे है। इस योजना के प्रभावी संचालन हेतु उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशित किया है। मुम्बई में उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री के लिए उत्तर प्रदेश में समस्त सुविधाएं उपलब्ध हैं। विंध्य इलाके में प्रकृति का अनुपम सौंदर्य, संस्कृति और इतिहास की सम्पन्न विरासत समेटे बुन्देलखण्ड, भगवान श्रीराम की अयोध्या के अलावा और भी बहुत कुछ है। जहां फ़िल्म सिटी बन रही है वहां से आधे घण्टे की दूरी पर श्री कृष्ण का वृन्दावन और आगरा सिर्फ एक घण्टे की दूरी पर है। कनेक्टिविटी और अन्य बुनियादी सुविधाएं भी बेहतरीन हैं।मुख्यमंत्री ने फिल्मी हस्तियों से यूपी के लॉ एंड आर्डर पर कहा कि रही माहौल की बात,तो हम तो राम को मानते हैं। परंपरा के अनुसार राम राम कहकर सज्जनों का स्वागत करते हैं। दुर्जनों के लिए एक ही शब्द है,राम नाम सत्य का। विकास हमारी प्रतिबद्धता है। विकास आएगा,तो बाकी चीजें अपने आप आएंगी। लोगों का डर और असमंजस दूर हो जाएगा। फिल्मी हस्तियों ने भी योगी की बातों में गहरी रुचि दिखाई। अनेक दिग्गजों ने इस संबन्ध में अपने प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री को प्रेषित करने की बात कही है। मुम्बई फ़िल्म जगत ने नोएडा में फिल्म सिटी बनाने की सीएम योगी की पहल का स्वागत किया है। समारोह में उपस्थित फिल्मी हस्तियों ने फ़िल्म सिटी व उत्तर प्रदेश में शूटिंग संबन्धी सुझाव साझा किए। कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के चेयरमैन राजू श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने रखी।

मुम्बई में फ़िल्म जगत के दिग्गजों और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक सार्थक रही। इसमें अनेक व्यवहारिक सुझावों पर चर्चा की गई। अनेक सुझाव दिए गए। फ़िल्म जगत के लोगों ने उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित इस नगरी के निर्माण का स्वागत किया। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि राज्य में फिल्म निर्माण के लिये आवश्यक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक,प्राकृतिक, ऐतिहासिक पृष्ठिभूमि उपलब्ध है। भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत सबसे प्रभावी ढंग से उत्तर प्रदेश में दिखायी देती है। श्रीराम जन्मभूमि,श्रीकृष्ण जन्मभूमि,बाबा विश्वनाथ का मन्दिर,गंगा और यमुना का संगम उत्तर प्रदेश में हैं। इसके अलावा ईको पर्यटन की दृष्टि से भी प्रदेश समृद्धशाली है। भारत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र, विंध्य क्षेत्र के जलप्रपात, सोनभद्र,मीरजापुर के जंगल,बुन्देलखण्ड का क्षेत्र प्राकृतिक सौन्दर्य से युक्त हैं। यह फिल्म जगत के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश का कनेक्टिविटी की दृष्टि से विकास फिल्म सिटी के लिए उपयोगी है। प्रदेश में चार नये एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। जिला मुख्यालयों को फ़ॉर लेन मार्ग से जोड़ा जा रहा है। अन्य देशों व प्रदेशों से राज्य को जोड़ने वाले मार्ग को चार लेन मार्ग बनाया जा रहा है। प्रदेश के प्रत्येक मण्डल मुख्यालय में नया एयरपोर्ट स्थापित किया जा रहा है। तीन वर्ष पहले राज्य में केवल दो एयरपोर्ट कार्यशील थे। वर्तमान में सात एयरपोर्ट संचालित हो रहे हैं। चौदह एयरपोर्ट पर कार्य चल रहा है। जेवर, कुशीनगर और अयोध्या में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार द्वारा बनाये गए कतिपय रिकार्ड भी बताए। विगत प्रयागराज कुम्भ अपनी स्वच्छता,सुरक्षा, सुव्यवस्था के लिए जाना गया। इसमें चौबीस करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। यूनेस्को ने कुम्भ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी। अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन दुनिया में एक यूनीक इवेन्ट के रूप में सामने आया है। इस आयोजन में दक्षिण कोरिया की फस्ट लेडी व फिजी की डिप्टी प्राइम मिनिस्टर प्रतिभाग कर चुकी हैं। भगवान श्रीराम की संस्कृति से प्रभावित देश इस कार्यक्रम के साथ जुड़ रहे हैं। तीन दिन पहले वाराणसी मे देव दीपावली कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें प्रधानमंत्री भी सम्मिलित हुए। इस दिन वाराणसी के होटलों में सभी कमरे भरे हुए थे। यह आयोजन उत्तर प्रदेश में पर्यटन की सम्भावनाओं को दर्शाता है।

योगी आदित्यनाथ ने प्रस्तावित फिल्म सिटी की स्थापना के लिये फिल्म जगत से सुझाव एवं सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि फिल्म जगत से जुड़े सभी लोगों की सहभागिता वल्र्ड क्लास फिल्म सिटी के निर्माण में सहायक होगी। एक अच्छी फिल्म सिटी के निर्माण में सहयोग करके फिल्म जगत देश की कला, संस्कृति,विरासत को वैश्विक पटल पर स्थापित करने में सहभागी बने। फिल्म जगत की जरूरतों और चुनौतियों का सामना सरकार और फिल्म जगत मिलकर करें। फिल्म जगत नेतृत्व करे और सरकार की सहयोगी भूमिका हो। इससे फिल्म निर्माण के लिए उपयोगी एवं सफल वातावरण बनाया जा सकता है।

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