डॉ दिलीप अग्निहोत्री

 

हाथरस प्रकरण पर अनेक चौकानें वाले तथ्य सामने आ रहे है। इससे राजनीति के मोर्चे भी बदल गए है। पहले कांग्रेस व कुछ अन्य विपक्षी हमलावर थे। राहुल व प्रियंका गांधी ने तो पूरी ताकत से मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने यहां पहुंचने के लिए जमीन आसमान एक कर दिया था। लेकिन जो तथ्य सामने आ रहे है,उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाला है। वह केवल राजनीतिक बयान ही नहीं दे रहे है। बल्कि उन्होंने इसमें अपनी सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यो को भी जोड़ दिया है। इस प्रकार कांग्रेस पर वह दो तरफा हमला बोल रहे है। वह बताना चाहते है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले तीन वर्षों में अभूतपूर्व कार्य किये है। ऐसे में विपक्ष के पास मुद्दे ही नहीं बचे थे। इसलिए साजिस षड्यंत्रों को हवा दी जा रही है। योगी आदित्यनाथ कहा कि किसी भी हालत में साजिश को सफल नहीं होने देंगे। विपक्ष हाथरस के मुद्दे पर राजनीति कर रहा है। एक बड़ी साजिश रची जा रही थी। साजिश के लिए विदेश से फंडिंग की गई। किसी को भी जनता के भरोसे के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सरकार विकास के काम में लगी हुई है, तो ये लोग षड्यंत्र करने का काम कर रहे हैं। कोरोना से जंग के दौरान इनमें से एक भी चेहरा जनता के बीच नहीं था। कुछ लोग समाज में विद्वेष पैदा करके विकास को रोकना चाहते हैं।

यूपी विकास के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यूपी में सिर्फ दो एक्सप्रेसवे ही बन पाए थे। उनकी सरकार आने के बाद तीन वर्षों में तीन नए एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। 2014 तक यूपी में सिर्फ दो एयरपोर्ट काम कर रहे थे,अब सात एयरपोर्ट काम कर रहे हैं। बढ़ नए एयरपोर्ट पर का काम शुरू हो गया है। इन लोगों को हितकारी योजनाएं अच्छी नहीं लगती हैं। विकास को लेकर सरकार पर सवाल नहीं उठा सकते इसलिए ही इस तरह का षड्यंत्र रच रहे हैं। इनकी पोल खुल रही है। इनके षड्यंत्र सामने आ रहे हैं।जातीय हिंसा फैलाने के लिए मॉरीशस से आए पचास करोड़ रुपये की फंडिंग की गई थी। योगी सरकार ने आरोप लगाया है कि हाथरस कांड की आड़ में प्रदेश में दंगा भडक़ाने की कोशिश हो रही थी, जिसके लिए वेबसाइट बनाकर और अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए फंड इकट्ठा किया जा रहा था। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ईडी की एंट्री हो गई है। सूत्रों के अनुसार ईडी की शुरुआती जांच में पता चला है कि हाथरस कांड की आड़ में जातीय हिंसा फैलाने के लिए अकेले मॉरीशस से पचास करोड़ रुपए की फंडिंग की गई है। इसके अलावा और भी फंडिंग की गई है जो सौ करोड़ से अधिक रुपए की थी। फिलहाल इस मामले की जांच जारी है। ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक,हाथरस की पुलिस ने एक वेबसाइट को लेकर केस दर्ज किया है। इसके बाद एजेंसी इसमें जांच का एंगल देखेगी। इस वेबसाइट के जरिए जस्टिस फॉर हाथरस के लिए मुहिम चलाई गई। सूत्रों का कहना है कि ईडी जल्द ही मामला दर्ज कर फंडिंग की जांच शुरू कर सकती है। मीडिया के एक वर्ग की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। ये लोग योगी सरकार को घेरने के लिए मुहिम जैसी चला रहे थे।

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