सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात

 

आज हम आपको एक ऐसे गुरू के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप गुरू घंटाल के नाम से पुराक सकते हैं। ये बात हम यूही नही कर रहे हैं। उस गुरू ने गुरू शिष्य जैसे पवित्र रिश्तों को ही बेदाग कर दिया…. लम्पट गुरू ने तो अपने हवस के चलते न जाने कितनी लड़कियों की जिन्दगी बर्बाद कर चुका था। इस गुरू को पीछले कई दिनों से पुलिस ढ़ूंढ़ रही थी आखिरकार ये लम्पट गुरू हिमांचल से गिरफ्तार कर ही लिया गया…..

छात्राओं को अपने जाल में फसाकर उन्हें लेकर भागने वाले गुजरात के लम्पट प्रोफ़ेसर को हिमांचल प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। ये प्रोफेसर अब तक कई लड़कियों को भागकर ले जा चूका है।  इसी जुर्म में जेल से पेरोल पर बाहर आने के बाद ये प्रोफ़ेसर फिर एक लड़की को लेकर फरार हो गया था

गुरु शिष्या के रिश्ते को शर्मसार करने वाला लम्पट प्रोफ़ेसर आखिर कार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया है , गुजरात में 2 शादियां कर चुके इस लम्पट प्रोफ़ेसर ने अब तक 9 किशोरियों को तरह-तरह के झांसा देकर अपने जाल में फंसाया फिर कई का यौन शोषण किया। उसकी करतूतें सामने आने के बाद पुलिस ने उस पर इनाम घोषित कर दिया। जिसके बाद वह कहीं रफ्फूचक्कर हो गया। अब सीबीआई ने उसे हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया है।धवल त्रिवेदी नाम के इस प्रोफ़ेसर पर 5 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। जिसने न सिर्फ 2 शादियां की, बल्कि 9 छात्राओं की जिंदगी भी खराब कर दी। उसके कुकर्मों के लिए उसे पहले भी जेल हुई थी। मगर, पेरोल पर बाहर आने के बाद 2018 में वह चोटीला की एक किशोरी को ले भागा

हाईकोर्ट ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया था। वहीं करीब तीन महीने पहले उसके द्वारा अगवा की नाबालिग लड़की अपने घर लौटी, लेकिन धवल त्रिवेदी गायब ही रहा। उस पर लड़कियों को झांसा देकर फंसाने, अपहरण करने एवं यौन शोषण के आरोप हैं। उसने 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली दो छात्राओं को अगवा कर लिया था  , इस मामले में धवल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। फिर अगस्त 2018 में, वह पैरोल पर जेल से बाहर आया था और फिर चोटिला की नाबालिग लड़की को लेकर गायब हो गया। फिर एक साल पहले, उच्च न्यायालय ने उसे पागल घोषित किया और सीबीआई को तुरंत उसे गिरफ्तार कर के नाबालिग को छुड़ाने का आदेश दिया था

दरअसल जेल से बाहर आते ही धवल त्रिवेदी चोटिला चला गया था। वहां खुद को धर्मेंद्र दवे के रूप में पेश करते हुए, उसने प्रतियोगी परीक्षा की क्लास शुरू कर दी। जिसमें 8-10 छात्र शामिल होने के बाद हप्तेभर में 56 वर्षीय धवल ने एक 18 वर्षीय छात्रा को फँसाया और 12 अगस्त को जेल लौटने से एक दिन पहले ही उसको लेकर फरार हो गया था

वडोदरा के मूल निवासी धवल ने अब तक राजकोट, सूरत और आणंद में 9 छात्राओं के जीवन को बर्बाद कर दिया है। 2014 में, धवल त्रिवेदी ने सीआईडी को बताया था कि वह “माई लाइफ इन 10 वुमन परफेक्ट लेडी” पर एक किताब लिखेगा। चोटिला की लड़की उसका नौवां शिकार थी और वह अपने 10 वें शिकार की तलाश में था। तभी सीआईडी के हत्थे चढ़ गया।

टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से पुलिस को पता चला वह सोलन हिमाचल प्रदेश में है। जिसके बाद पुलिस टीम ने सोलन पहुंच बड़ी इंड्रस्ट्रियल एरिया में आरोपी की तलाश शुरु की।वह अपनी पहचान छिपाने के लिए एक फैक्टरी में गार्ड बनकर नौकरी कर रहा था और वहीं पर रहता भी था। पुलिस इस फैक्टरी में गई तो जानकारी मिली वह दो दिन पहले ही नौकरी छोड़कर जा चुका है। आखिरकार आरोपी के बारे में तमाम सूचनाएं एकत्रित करने के बाद पुलिस ने इसे दबोच लिया।पुलिस से पकड़े जाने से बचने के लिए वह गुरुद्वारे में सिख बनकर और रेलवे स्टेशनों पर वेटिंग रुम में रहता था।थाने, महाराष्ट्र में जन्मा धवल त्रिवेदी गुजरात यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में एमए पास है। पिता वडोदरा में दर्शनशास्त्र के प्रोफसर थे। इसने वर्ष 1996 में शादी की। पहली पत्नी की मौत हो गई तो 1998 में दूसरी शादी की। दूसरी पत्नी से बेटी है। वर्ष 2000 में दूसरी पत्नी से अलग हो गया। आठ भाषाओ का ज्ञान रखने वाला ये प्रोफ़ेसर अपना दसवा शिकार करे उसके पहले ही पुलिस ने इसे धर दबोचा है और आगे की क़ानूनी कारवाही में जुट गई है

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