Total Samachar गुजरात एटीएस की बड़ी कार्रवाई, राजकोट से अल-कायदा के तीन संदिग्धों को दबोचा।

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जितेंद्र सिंह भदौरिया, गुजरात।

गुजरात एटीएस ने आंतकी संगठनों के कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के बाद अब अल-कायदा से जुड़े तीन संदिग्धों को दबोचा है। एटीएस ने कई हफ्ते के सर्विलांस के बाद राजकोट से तीन युवकों को पकड़ा है। एटीएस ने अनुसार ये तीनों अल-कायदा से जुड़े हुए हैं।एटीएस को इनके पास से अलकायदा के पर्चे और दूसरी सामग्री भी मिली है।

  • पकड़े गए आतंकियों ने हथियार चलाने ट्रेनिंग.ऑनलाइन ऐप के जरिए हासिल की थी …
  • मोबाइल डाटा के आधार पर और होंगे चौकने वाले खुलासे
  • सोनी बाजार में कारीगर के रूप में काम करते थे तीनों
  • किस किस के संपर्क में थे तीनों इसकी पूछताछ जारी है
  • कट्टरपंथी मानसिकता वाले लोगों को ढूंढने की थी कोशिश
  • अभी तक आर्थिक रूप से मदद मिलने का कोई साक्ष्य नहीं मिला
  • टेलीग्राम ऐप के जरिए अपने हैंडलर से थे संपर्क में

सबसे बड़ी सफलता गुजरात में अल-कायदा के नेटवर्क का पर्दाफाश करने में मिली है. इस सिलसिले में गुजरात एटीएस ने आतंकी संगठन से जुड़े 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात एटीएस ने कहा कि गुजरात एटीएस के डीवाईएसपी को सूचना मिली थी. जिसमें 3 आतंकी राजकोट के सोनी बाजार में काम कर रहे थे और उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया है.

इसके साथ ही एटीएस ने कहा कि उनका संगठन अल-कायदा से जुड़ने के लिए काम कर रहा था. यह जानकारी भी सामने आई है कि वह दूसरों को अल-कायदा संगठन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. 31 जुलाई को सोनी बाजार से तीन लोगों का अपहरण कर लिया. गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम अमन, अब्दुल शुकूर और सैफ नवाज हैं। इन तीनों आतंकियों का काम दूसरे लोगों को जोड़ना था.

राजकोट से गिरफ्तार आतंकियों के पास से एक पिस्तौल और 10 कारतूस बरामद किए गए हैं. साथ ही 5 मोबाइलों से कट्टरपंथ फैलाने वाली सामग्री मिली है. इसके अलावा उनका इरादा कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोगों को एकजुट करने का था. वह अपने मोबाइल में एक बेहद संवेदनशील एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर रहा था. इस संबंध में मोबाइल फोन की फोरेंसिक से भी जांच कराई जाएगी। यह हथियार उसने किससे लिया, यह जांच का विषय है। यह भी पता चला कि आर्थिक मदद भी मिली है।

एटीएस ने बताया कि अमन मलिक एक साल से विदेशी हैंडलर्स से जुड़ा हुआ था. साथ ही इस बात की भी जानकारी मिली है कि बांग्लादेश में अल-कायदा के हैंडलर फुरसान से जुड़े हुए हैं. इस आतंकी संगठन के टेलीग्राम के जरिए मुजमिल के संपर्क में होने की जानकारी भी सामने आई है.

यहां बता दें कि अब तक एक साल में तीन से ज्यादा मॉड्यूल पकड़े जा चुके हैं। जिसमें पोरबंदर, अहमदाबाद और राजकोट से मॉड्यूल जब्त किए गए हैं. इस संबंध में आगे की जांच एटीएस द्वारा की गई है। जिसमें यह जानकारी भी सामने आ सकती है कि वे एक-दूसरे के संपर्क में कैसे आए और आगे की रणनीति क्या थी.

गौरतलब है कि गुजरात एटीएस ने राजकोट में बड़ा ऑपरेशन चलाया था, जिसमें आतंकी संगठन के 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. एटीएस ने बंगाल, कोलकाता से 8 से 10 कारीगरों को उठाया है. साथ ही अमन, अब्दुल शुकूर और सैफ नवाज को भी गिरफ्तार किया गया है.

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