सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात
कोरोना महामारी एक बार फिर गुजरात को अपने शिकंजे में जोरो से दबोच रही है , हैरान करने वाली बात ये है की गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी का कार्यालय ही कोरोना का एपी सेंटर बन गया है भाजपा प्रदेश अध्य्क्ष , भाजपा प्रवक्ता, भाजपा सांसद सहित कई बीजेपी नेता और कार्यकर्त्ता कोरोना की चपेट में है ऐसे में कांग्रेस ने अब बीजेपी को ही सुपर स्प्रेडर केटेगरी में डालने की बात कही है।
गुजरात सरकार एक तरफ कोरोना पर लगाम लगाने के लिए जहा धनवंतरी रथ के अलावा जागरूकता के लिए गांव-गांव रथ घुमा रही है वही सरकार चला रही बीजेपी पार्टी का कार्यालय ही कोरोना का एपी सेंटर बन गया , कल से आज तक भाजपा प्रदेश अध्य्क्ष , भाजपा प्रवक्ता , भाजपा सांसद सहित कई बीजेपी नेता और कार्यकर्त्ता के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर है जिसके बाद से बीजेपी कार्यालय पर लोगो का आना जाना सिमित कर दिया गया है वही मुख्यमंत्री कार्यालय में भी कोरोना संक्रमण के आ जाने से सीएमओ के सभी कर्मचारी व अधिकारियों का कोरोना टेस्ट किया गया। ऐसे में कांग्रेस को बैठे बिठाये गुजरात सरकार और बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया है।
गौरतलब है की सी आर पाटिल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने गुजरात का तूफानी दौरा शुरू किया था और जगह जगह रैली सभाये और स्वागत हो रहा था जिसमे जमकर भीड़ हो रही थी , इस दौरे में भीड़ और सोशल डिस्टन्सिंग की धज्जिया उड़ते देख शुरूात से ही सवाल उठने शुरू हो गए थे और तभी से ये आशंका भी लगाईं जा रही थी की ये बीजेपी के प्रचार प्रसार में कोरोना का प्रसार न हो जाए और ऐसा ही कुछ देखने को भी मिला जब एक के बाद एक बीजेपी नेताओ के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई , बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल अहमदाबाद के अपोलो में अपना इलाज करवा रहे है तो बीजेपी प्रवक्ता भरत पंड्या यु एन मेहता में भर्ती है। हर नेता ट्वीट के जरिये खुद के ठीक होने की और सबकुछ ठीक ठाक होने की बात कर ये जताने की कोशिश कर रहा है जैसे कुछ हुआ ही नहीं है ऐसे में जब कांग्रेस सवाल उठा रही है तो बीजेपी इसमें भी कांग्रेस की असफलता देख रही है।
ऐसे में सवाल ये भी उठता है की एक तरफ आम गुजरातियों को मास्क न पहनने पर कड़ा जुर्माना वसूला जा रहा है , दो चार केस मिलने पर सोसाइटियां सील की जा रही है वही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के दौरे के बाद संक्रमित हुए बीजेपी नेताओ और उनके कार्यालय पर क्या कार्रवाई की जायेगी , मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने प्रदेश में कोरोना महामारी को लेकर जागरूकता के लिए रथो को रवाना कर रहे थे तो अपनी ही पार्टी के नेताओ और कार्यकर्ताओ पर लगाम क्यों नहीं लगाईं , गौरतलब है की गुजरात में कोरोना मरीजों की संख्या एक लाख को पार कर चुकी है और मृतकों का आकड़ा ३१ हजार के पार हो चूका है तब कोरोना को लेकर रूलिंग पार्टी के नेताओ का बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित होना सवाल तो खड़े करता ही है