सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात
गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर अब सभी राजनैकित पार्टीयां अपनी अुनी कमर कसना शूरू कर दिया हैं। गुरुवार को भीजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया। आज बीजेपी ने समर्पण संकल्प लिया तो कांग्रेस ने शपथ ली। गौरतलब है की गुजरात में 21 फ़रवरी से स्थानीय निकाय चुनाव होने है। जिसमें बीजेपी कांग्रेस के साथ इस बार आप और एआईएमआईएम भी मैदान में है।
गुजरात भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए गुरुवार को विधिवत रूप से चुनाव प्रचार का आगाज किया। अहमदाबाद के कांकरिया में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि को समर्पण संकल्प दिवस के रूप में मनाया , इस मौके पर अहमदाबाद के सभी 192 पार्षद उम्मीदवार के साथ साथ सूरत, राजकोट, जामनगर, भावनगर तथा बड़ोदरा के भाजपा प्रत्याशियों को वर्चुअल संकल्प दिलाया।
भाजपा के इस मौके पर कई प्रचार रथ भी रवाना किये गए। मुख्यमंत्री विजय रुपानी उपमुख़्यमंत्री नितिन पटेल गृहमंत्री प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम बड़े नेताओ की मौजूदगी में लिया जा रहा ये संकल्प, चुनाव जितने के बाद पार्षद बनने वाले उम्मीदवारों को कितना याद रहेगा इस पर लगातार सवाल उठते ही रहे हैं। ये सकंल्प बस चुनाव मात्र तक ही सीमित रह जाता हैं। लेकिन इतना जरुर है की बीजेपी स्थानीय निकाय चुनावो को जितने में भी कोई कोरकसर नहीं छोड़ना चाहती।
जहां एक तरफ बीजेपी विकाश की बात कर के गुजरात के लोगों को बड़े बड़े सपने दिखाने में पीछे नही दिख रही तो वही दूसरी तरफ कांग्रेस भी बीजेपी की राह पर बड़े बड़े वादे करतीसदिखाई दी। कांग्रेस ने आज मीडिया के सामने शपथ पत्र पेश कर चुनाव जितने पर शहरी जनता को खूब रेवड़ी बाटने के वादे कर दिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा , विपक्ष नेता परेश धनाणी सहित कांग्रेस के बड़े नेताओ ने आज शपथ पत्र पेश कर गुजराइट थीम लांच की जिसके तहत चुनाव जितने के बाद कांग्रेस ने फ्री स्कीम्स के लिए गुजराइट कार्ड लाने की बात कही। कांग्रेस ने टेक्स में पचास फीसदी कटौती , कारपोरेशन में नौकरी , कॉन्ट्रैक्ट प्रथा रद्द करना पवनपुत्र इमरजेंसी सेवा और सड़क पानी बिजली जैसी मुलभुत सुविधाओं को चुस्त दुरुस्त करने जैसे कई वायदे किये।
आज के ही कार्यक्रम को देखकर ये लग रहा था कि भाजपा जहां अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर इस चुनाव को 2022 के विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में लड़ रही है। वही कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर आपसी कलह शुरू हो गयी । कांग्रेस नेताओं पर टिकट वितरण में गड़बड़ी तथा भाई भतीजावाद और टिकट बेचने का भी आरोप लग रहा है। गुजरात में 6 महानगरपालिका के लिए आगामी 21 फरवरी को मतदान होगा।