सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात

 

 

कोरोना के थमने के साथ ही गुजरात कांग्रेस में सियासत गरमा गई, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव सातम के निधन के बाद गुजरात कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के लिए कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली में मंथन शुरू कर दिया है। इसी बिच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के दिल्ली पहुंचने पर गुजरात कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है

गुजरात में कांग्रेस के प्रभारी के साथ कांग्रेस आलाकमान को नए अध्यक्ष की भी तलाश करनी है। ऐसे में खासकर गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। ओबीसी, पाटीदार तथा आदिवासी नेता अपने-अपने समुदाय की ओर से प्रदेश अध्यक्ष पद पर दावेदारी जता रहे हैं। कुछ माह पहले हुए महानगर पालिका जिला पंचायत तथा नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद से प्रदेश संगठन में बड़े फेरबदल की संभावना जताई जा रही थी। 2022 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील तथा मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के नेतृत्व में पिछले काफी समय से संगठन एवं सरकार का काम पुर जोश में कर रहे हैं। इधर कांगेस अपने ही नेताओं की खींचतान में उलझी हुई है जिसके चलते केंद्रीय आलाकमान असमंजस की स्थिति में है

सूत्रों के मुताबिक शनिवार को अहमदाबाद के एक निजी फार्म हाउस में आयोजित एक बैठक में ओबीसी नेता ने इन पदों के लिए ओबीसी प्रतिनिधित्व की मांग की है , साफ़ है की अभी से ही अलग अलग बैठकों का दौर शुर हो गया है ,कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश प्रभारी राजीव साटम के निधन के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री के करीबी राजस्थान के नेता को गुजरात की कमान सौंपी जा सकती है।ऐसे में गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि पहले प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष के नामों की घोषणा की जाएगी, उसके बाद नेता प्रतिपक्ष के चयन की कवायद की जाएगी। कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही इस पद के लिए होड़ शुरू कर दी है, अधिकांश नेता संगठन के पद के लिए होड़ कर रहे हैं, जो अपने ही गढ़ में बार-बार चुनाव हार चुके हैं।

सूत्रों की माने तो गुजरात के प्रभारी के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा राजस्थान के प्रभारी रह चुके अविनाश पांडे रेस में सबसे आगे हैं जबकि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी तथा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद शक्ति सिंह गोहिल का नाम लिया जा रहा है वही अर्जुन मोढवाडिया का नाम भी चर्चा में है शनिवार को सोलंकी पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर, विधायक गेनीबेन ठाकोर, चंदन जी ठाकोर सहित करीब एक दर्जन से अधिक ओबीसी नेताओं की बैठक हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भरत सिंह सोलंकी का नाम सबसे आगे रखा गया। सोलंकी डॉ मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं तथा 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उधर राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं बहरहाल आलाकमान को जो भी फैसला हो लेकिन गुजरात कांग्रेस के लिए चुनौतियां पहले से भी ज्यादा बढ़ गई है खासकर आप पार्टी के खाते में उनके वोट शेयर को वापस ले आना

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