भूमिका, संवाददाता, गुजरात.

 

गुजरात में कोरोना लगभग बेकाबू सा हो गई है। इसी बीच गुजरात के लिए बहुत अच्छी खबर आई है। कोरोना वैक्सीन कोवेक्सीन के लिए अहमदाबाद के सोला सिविल अस्पताल में परीक्षण शुरू हो गया है दरअसल, कोरोना वायरस की घातक महामारी से बचाने के लिए फार्मा कंपनी भारत बायोटेक एक वैक्सीन कोवेक्सीन पर शोध कर रही है। यह वैक्सीन सोला सिविल अस्पताल में प्रारंभिक स्तर पर एक हजार लोगों पर परीक्षण के लिए लाई गई है।

पूरी दुनिया को कोरोनोवायरस के टीके का बेसब्री से इंतजार है। कई निजी कंपनियां एवं सरकारी इकाइयां वैक्सीन की तलाश में जुटी हुई हैं। हमारे देश में इंडिया बायोटेक द्वारा कोरोना वैक्सीन पर शोध एवं विकास के लिए प्रयास किए गए हैं, जिसका ट्रायल देश भर में चल रहा है। इस क्रम में अहमदाबाद स्थित सोला सिविल अस्पताल को वैक्सीन के परीक्षण के लिए चुना गया है। गुजरात में इन दिनों सबकी नज़रे अहमदाबाद के सोला सिविल अस्पताल में परिक्षण की जा रही कोरोना वेक्सीन पर टिकी है जिसकी वजह ये है की फार्मा कंपनी भारत बायोटेक की कोरोना वेक्सीन कोवेक्सीन का सोला सिविल अस्पताल में प्रारंभिक स्तर पर एक हजार लोगों पर परीक्षण शुरू हो गया है। इसके परीक्षण के लिए अस्पताल प्रबंधन ने स्वयंसेवकों को चन्हित कर आज से उन्हें ये वेक्सीन का पहला डोस देना शुरू कर दिया है ।

कोवेक्सीन काे सोला सिविल अस्पताल में एक सप्ताह तक संरक्षित रखनेऔर निर्धारित प्रक्रिया पूरी करने के बाद अब इस वेक्सीन का परीक्षण शुरू किया गया है ,कोरोना वैक्सीन परीक्षण के लिए पूरी तरह से स्वस्थ, फिट और स्वस्थ युवा लोगों की प्राथमिक पसंद का चयन किया जा रहा है। फिलहाल अहमदाबाद सोला सिविल अस्पताल में 1000 टीके परीक्षण के लिए आ चुके हैं, जिसे कोल्ट स्टोरेज में रखा गया है और जैसे जैसे वालंटियर्स आ रहे है उन्हें टिका दिया जा रहा है

सोला सिविल अस्पताल में हेड ऑफ़ मेडिसिन डॉ पारुल ने बताया की परीक्षण करने वाले स्वयंसेवकों को प्रति माह वैक्सीन की 2 खुराक दी जाएगी। एक खुराक देने के बाद इसकी लगातार निगरानी की जाएगी। टीके के साथ-साथ इसके प्रभावों के कारण उसके शरीर में होने वाले बदलावों पर लगातार नजर रखी जाएगी। शरीर में इस टीके से होने वाले अच्छे और बुरे प्रभावों को मेडिकल एक्सपर्ट की देकरेख में रजिस्टर किया जाएगा , इस वैक्सीन का परीक्षण देश के विभिन्न राज्यों में एक वर्ष के लिए किया जाएगा। गुजरात राज्य में भी शहर सहित गांवों में रहने वाले नागरिकों, पूरी तरह से स्वस्थ, बुजुर्ग, स्वयंसेवकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर इस टीके का परीक्षण करके सभी परिणामों का परीक्षण किया जाएगा।

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