पानी के निकासी में कमी के कारण किसानों की खड़ी फसलें बारिश के पानी में डूब जाती हैं।
हेमांगिनी, संवाददाता, दक्षिण गुजरात.
गुजरात। जहां एक तरफ सरकार किसानों की आय दूगनी करने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी सरकार किसानों को हो रही परेशानीयों पर अपनी आखें मुदें बैठी हैं। गुजरात में लगातार हो रही बारिश की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं उसकी वजह हैं खेतों से बारिश के पानी का ठीक से निकासी न होना। जिसकों लेकर मासूम किसान लगातार सरकार की तरफ अपने आखों में आंसू लिये टकटकी लगाये बैठे हैं।
सूरत में बारिश के पानी के कारण हाईवे के बगल के खेत में खड़ी फसल में एक फुट से भी ज्यादा पानी भर गया है, उसके कारण किसानों को भारी मुसीबत उठानी पड़ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पलसाना तालुका के बगुमरा गाँव से होकर गुजरने वाले एन.एच हाइवे 6 से सटे ब्लॉक नंबर 108, 109,110 में किसानों की 20 बीघा जमीन है। जहाँ तीन किसानों ने गन्ने के साथ-साथ भिंडी की फसल लगाई थी। कई दिनों से भारी बारिश के कारण इन खेतों में एक फूट पानी भर गया। खेत के चारों ओर बनी अवैध दुकानों का निर्माण ठीक से नहीं किया जिसके वजह से पानी का सही निकासी नही हो पा रहा है। किसान की लाखों रुपये की खड़ी फसल पानी के कारण नष्ट हो रही हैं।
किसानों ने पंचायत में शिकायत की और पंचायत द्वारा दुकानदार ओर निर्माण धारको को नोटिस दी गई लेकिन इसके बावजूद अभी तक किसानों के समस्या का कोई निवारण नहीं आया है। इससे तो साफ हो जाता हैं कि सरकार के बड़े बड़े वादें केवल कागजों की शोभा बढ़ाते हैं। हकिकत तो वादों से कोसो दूर नजर आती हैं।