सुरेश चोपड़ा, संवाददाता, मध्य गुजरात.
गुजरात- आपदा में अवसर तलाशने वाले की कोई कमी नही हैं। कुछ लोग आपदा को अवसर में साकारात्मक तरिके से बदल रहे हैं तो कुछ लोग आपदा को नाकारात्मक अवसर के रूप में बदल रहे हैं। कुछ ऐसे ही लोग वडोदरा पुरलिस के हत्थे चढ़े हैं।
कोरोना महामारी में भी लोग मुनाफाखोरी करने से बाज नहीं आ रहे थे। अब इंसानों की जान से खिलवाड़ करने वाले लोगो की करतूते भी सामने आने लगे है। आपदा में अवसर तलाशने वाले ऐसे ही इंसानियत के दुश्मनों को वडोदरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जो नकली रेमडीसीयवर का कारोबार कर रहे थे। वडोदरा पुलिस ने वडोदरा के पास फार्म हाउस में छापेमारी की तो पुलिस को भी यकीन नही हुआ मगर मुखबिर की सूचना पुख्ता थी पुलिस ने जब मौके पर छापेमारी की तो यहां 1300 नकली इंजेक्शन मिले। विवेक महेश्वरी और नीतेश जोशी नामक शख्स इस पूरे गिरोह के सूत्रधार के रूप में सामने आए। पुलिस ने अब तक 5 लोगो को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
पुलिस के सामने आरोपीयों ने कबूला है की अब तक ये लोग 700 इंजेक्शन बेच चुके है। आंनद वडोदरा से अहमदाबाद तक ये लोग नकली इंजेक्शन बेच चुका है। मौके पर पेकिंग मटेरियल भी बरामद हुआ है। शुरुआती जांच में पता चला है निमोनिया रोग में काम आने वाला 150 रुपये का इंजेक्शन रेमडीसीवीयर बना कर बेच रहे थे। जिसकी एक इंजेक्शन की कीमत 20 हजार रुपये तक वसूल रहे थे। अब कई लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ कर चुके आरोपीयों से पुलिस और पूंछतांछ कर रही है। फिलहाल वडोदरा पुलिस ने मानवता के इन दुश्मनों को गिरफ्तार कर सराहनीय कार्य किया है। जांच अभी भी जारी है। जल्द ही और दरिंदे पुलिस की गिरफ्त में होंगे।