रोशन सिंह, गुजरात।
पीएम मोदी के अपने जिले में देश का अपनी तरह से पहला और अनूठा सैनिक स्कूल खुलने जा रहा है। यह देश का पहला ऐसा सैनिक स्कूल है , जिसे सहकारी संस्था संचालित करेगी। आज केंद्रीय मंत्री द्वारा हुए भूमिपूजन कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल, उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत और सहकारिता मंत्री जगदीश पंचाल मौजूद रहे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के वर्चुअली इस स्कूल की आधारशिला राखी । पिछले साल अगस्त महीने में रक्षा मंत्रालय ने सैनिक स्कूल के लिए मंजूरी दी थी।

मेहसाणा के 11 किलोमीटर की दूरी पर बोरयावी गांव में यह सैनिक स्कूल आकर ले रहा है । इस स्कूल के निर्माण पर 75 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी। इस स्कूल का नाम मोतीभाई आर चौधरी सागर सैनिक स्कूल रखा गया है। 11 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले इस स्कूल का प्रबंधन दूध सागर रिसर्च एंड़ डेवलपमेंट एसोसिएशन के द्वारा किया जाएगा।

मेहसाणा का सैनिक स्कूल अभी दूधसागर डेयरी के कैंपस में चल रहा है। पिछले शैक्षणिक वर्ष में कुल 50 बच्चों को दाखिला दिया गया था। इस शैक्षणिक साल में सीटों की संख्या बढ़ाकर 80 कर दी गई है। इसमें 10 फीसदी लड़कियां हैं।

जल्द ही इसके अलावा सहकारी क्षेत्र से संचालित एक और सैनिक स्कूल बनासकांठा में खुलेगा। जिसका संचान बनास डेयरी की द्वारा किया जाएगा। इसके साथ ही गुजरात में कुल सैनिक स्कूलों की संख्या बढ़कर तीन हो जाएगी।
















