सत्यम ठाकुर, ब्यूरो चीफ, गुजरात

पाकिस्तान की एक और नापाक करतूत का पर्दाफाश हुआ है गुजरात एटीएस ने मोरबी में से 600 करोड़ की 120 किलो हीरोइन जब्त की है जिसके सीधे तार पाकिस्तान से जुड़ते हैं इस मामले में पकड़े गए तीन मुख्य आरोपी मुख्तार हुसैन जब्बार शमसुद्दीन सैयद और गुलाम हुसैन यह तीनों पाकिस्तान के बड़े ड्रग माफिया जाहिद ब्लौज के लगातार संपर्क में थे और जाहिद के जरिए ही समुद्री रास्ते से इतनी बड़ी खेप देश में घुसाने की कोशिश कर रहे थे गुजरात एटीएस की माने इन तीनों ने यह ड्रग्स की खेप अफ्रीकन देश में भेजना था लेकिन अचानक ही इसकी लैंडिंग गुजरात में कर दी गई

गुजरात एटीएस का कहना है कि पिछले लंबे वक्त से गुजरात के समुद्री रस्ते का इस्तेमाल इसलिए हो रहा है कि अलग अलग देशो के सारे समुद्री रास्ते गुजरात के इस रास्ते से बेहद नजदीक है और इसीलिए खासतौर पर इतनी बड़ी मात्रा में कंसाइनमेंट इस रूट से भेजना पाकिस्तान के ड्रग माफियाओ की मज़बूरी बन जाता है क्योंकि यह रास्ता बेहद नजदीक है और बेहद सस्ता भी है लेकिन गुजरात एटीएस यह विश्वास दिला रही है कि अब तक खास तौर पर पिछले 4 सालों में एक भी कंसाइनमेंट गुजरात के रास्ते बाहर नहीं जा पाया सारे कंसाइनमेंट गुजरात एटीएस या फिर कॉसगार्ड ने पकड़ लिया है। स्थानीय मछुआरों के साथ मिलकर यह स्मगलर इस काम को अंजाम दे रहे हैं लेकिन ट्रक को लेकर गुजरात पुलिस एटीएस और कोस्ट गार्ड तीनों चौकन्ने है और इस रास्ते पर आने वाले हर मछुआरे और हर कंसाइनमेंट पर उनकी निगाह

राज्य के पुलिस मुखिया के मुताबिक अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में हेरोइन ड्रग्स की तस्करी समुंद्री रास्ते से की गई थी , पाकिस्तान के बिच औसमुन्द्र में इसकी डिलीवरी लेने के बाद ये ड्रग्स की खेप द्वारका में छिपाई गई थी। इसके बाद मोरबी जिंजुदा गांव के एक घर में इसे शिफ्ट किया गया था ऐसे ड्रग्स की बड़ी तस्करी में पाकिस्तानी तस्कर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रग्स लेकर आते हैं। इसके बाद भारत के ड्रग्स सिंडिकेट के आरोपी अपनी नाव को बॉर्डर पर ले जाते हैं और सामान की डिलीवरी ले जाते हैं।तीनों आरोपियों में गुलाब भागड़ और जब्बार दोनों का आपराधिक इतिहास रहा है।ड्रग्स की ये खेप को पहले अफ्रीका भेजा जाना था लेकिन बाद में गुजरात भेज दिया गया। ड्रग्स के इस कंसाइनमेंट को सलाया लाए जाने के बाद मोरबी को लाया गया था। अधिकांश ड्रग्स भारत लाकर विदेश भेजी जाती हैं। गुजरात में ड्रग्स के इस खेप की तस्करी की साजिश यूएई में रची गई थी

पुलिस इस एंगल से भी तफ्तीश कर रही है की आरोपी गुलाब और जब्बार पाकिस्तानी ड्रग माफिया गिरोह के संपर्क में रहे होंगे क्योंकि वे समय-समय पर दुबई जाते रहे है । पाकिस्तानी ड्रग सरगना जाहिद बलूच राजस्व खुफिया विभाग 2019 में 227 किलोग्राम हेरोइन के मामले में पहले से ही वांटेड है ,आरोपी गुलाम भागड़ को हाल ही में महोर्रम ताजिया के दौरान सलाया में दंगा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वही कुख्यात तस्कर होने के कारण मुख्तार हुसैन उर्फ जब्बार जोदिया भी कई विदेशी गुटों के संपर्क में था। साथ ही 2020 में जब इंजन में खराबी के कारण जब्बार ने कराची पाकिस्तान में अपनी नाव डॉक की। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने हिरासत में ले लिया था जिसके बाद आईएसआई और पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने उससे तीन दिनों तक पूछताछ की थी।

जांच एजेंसियों की माने तो अबकी बार मोरबी के छापे में पकड़े गए ड्रग्स के कनेक्शन आईएसआई से भी जुड़ रहे हैं लिहाजा गुजरात एटीएस इस दिशा में भी जांच कर रही है जांच एजेंसियों का कहना है की कोरोना काल के दरमियान और उससे पहले अफगानिस्तान में इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स का निर्यात हुआ है जिसका जो जत्था है वह पाकिस्तान के जरिए प्रोसेस होकर अलग-अलग देशों में भेजा जाता है और वह जत्था जल्द से जल्द निकालने के फिराक में ड्रग माफिया लगे हुए हैं इसी के कारण पिछले चार-पांच सालों से ड्रग्स की हेरा फेरी गुजरात कोस्ट और गुजरात की धरती पर ज्यादा दिखाई दे रही है पिछले 1 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो सिर्फ गुजरात एटीएस ने ही तेरा सौ करोड़ के अलग-अलग तरह तरीके के ड्रगस पकड़े है

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