अमरदीप चौहान,संवाददाता, गुजरात.
महराष्ट्र में लॉकडाउन लगने के बाद अब गुजरात के परप्रांतियों में भी लॉक डाउन की दहशत है यही वजह है की अब बड़ी तादाद में परप्रांतीय गुजरात से पलायन कर रहे है , ये श्रमिक इस कदर डरे हुए है की ट्रैन में रिजर्वेशन न मिलने की स्थति में २४ घंटे से भी ज्यादा का सफर बस में करने को मजबूर है , अहमदाबाद सूरत , राजकोट वड़ोदरा से हजारो की तादाद में लोग पुरे परिवार सहित पलायन कर रहे है
गुजरात में रहने वाले श्रमिक परिवार एक बार फिर से अपना घर बार छोड़कर गांव जाने को मजबूर हुए हैं. , महाराष्ट्र में लगे लॉक डाउन का असर गुजरात के परप्रांतियों में भी होने लगा है ,गुजरात में लॉकडाउन की अफवाह के खौफ से रोजाना अहमदाबाद सूरत राजकोट और वड़ोदरा से बड़े शहरों से हज़ारों लोग अपने अपने अपने घरों को रवाना हो रहे हैं.. गुजरात में कोरोना संकट के बीच अभी भले ही लॉकडाउन नहीं लगाया गया हो, लेकिन लॉकडाउन की अफवाह के खौफ से रोजाना पुरे परिवार सहित हज़ारों लोग एमपी यूपी और बिहार के लिए पलायन कर रहे है ऐसे में रेलवे में यात्रा की सख्ती के बाद , ट्रैन रिजर्वेशन न मिलने की हालत में बसों पर बोझ बढ़ रहा है.
पलायन कर रहे परप्रांतियों में ज्यादातर मजदुर वर्ग है कोई सब्जी का ठेला लगता है तो कोई गोलगप्पे का तो कोई मजदूरी कर पेट पालता है लेकिन अब ये कह रहे है की कई दिनों से शाम से ही कर्फ्यू का माहौल हो जाने से काम धंधा सब चौपट है ,और घर चलाना मुश्किल हो गया है. हर दिन कोई ना कोई ऐसी बात सामने आती है, जिससे लगता है कि सरकार कभी भी लॉकडाउन लगा देगी. शहर में रोज़ कोरोना से मौतें हो रही भय का माहौल है, इसलिए अपने गांव जा रहे , इन्हे ये भी डर है की यहाँ रहे तो कोरोना की चपेट में जरूर आ जायेंगे और चिंता इस बात की भी है की अस्पतालों में इलाज के लिए पर्याप्त जगह नहीं है. अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और बेड तक कोरोना मरीज़ों को नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में अगर उन्हें कुछ हो गया तो उनकी सुध कौन लेगा
कोरोनावायरस से बिगड़े हालत में एक तरफ जहा हजारों श्रमिकों के लिए रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है वही लॉक डाउन की दहशत भी है , ट्रांसपोर्टर खुद इस बात को स्वीकार करते है की इस सीजन में कुछ ज्यादा ही पलायन हो रहा है जिसकी वजह कोरोना और लॉक डाउन का डर है , अहमदाबाद के अमराइवाड़ी , ओधव , वस्त्राल , नरोदा जैसे इलाको से सैकड़ो बसों में भरकर रोजाना हजारो लोग यूपी बिहार एमपी के लिए निकल रहे है