सत्यम सिंह ठाकुर, ब्यूरोचीफ, गुजरात
अहमदाबाद के गोता हाउसिंग इलाके से तीन दिन पहले लापता हुई 7 साल की बच्ची का शव खेत से मिला था। बच्ची का शव मिलने के कुछ ही घंटों में पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। बच्ची की हत्या का आरोपी उसका पड़ोसी और मुंहबोला मामा ही निकला। आरोपी ने बताया कि रेप के दौरान उसकी चीख-पुकार से पकड़े जाने के डर से उसने बच्ची की हत्या कर दी थी।
खुशी 13 सितंबर को दोपहर में घर के आंगन में खेल रही थी। इसी दौरान आरोपी भीखू उर्फ भावेश उसके पास आया और चॉकलेट दिलाने की बात कही। बच्ची उसे मामा कहती थी, इसलिए उसके साथ चली गई। भीखू उसे लोडिंग ऑटो में बिठाकर एसपी रिंग रोड के टोलनाके के पास खेत में ले गया था। यहां उसने बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश की। इसी दौरान बच्ची की चीख-पुकार पर पकड़े जाने के डर से उसका गला घोंट दिया और शव को खेत किनारे फेंक दिया। शव मिलने के बाद परिजनों ने घटना की शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी मामा को गिरफ्तार कर लिया?
श्रमिक परिवार की बेटी को पुलिस रातभर लाउडस्पीकर से अलाउंस करके खोजती रही, श्रमिक परिवार की बेटी के लापता होने का मामला 13 सितंबर का है, जब वह आंगन में खेलते समय अचानक ही लापता हो गई थी। घटना की गंभीरता को ध्यान में देखते हुए सोला पुलिस ने शहर भर में रात भर बच्ची की तलाश की थी। इसके लिए लाउडस्पीकर का भी उपयोग किया गया था। लेकिन बच्ची के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम ने आज भीखू को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि तीन दिन पहले आखिरी बार बच्ची को भीखू के साथ देखा गया था। बता दें, एसपी रिंग रोड के टोल नाके के पास खेत से बदबू आने पर शव होने का खुलासा हुआ था। बच्ची की पहचान उसके कपड़ों से ही हो गई थी। क्योंकि बच्ची के लापता होने के बाद उसका हुलिया और फोटो पुलिस के पास मौजूद थी