रेलवे बोर्ड ने देश के सभी जोन को लेटर भेजकर मामले की जानकारी देकर अलर्ट किया
हेमांगिनी पटेल, संवाददाता, दक्षिण गुजरात.
गुजरात। रेलमंत्री के पीए के नाम से हेड ऑफिस ( एचओ) कोटा से वीआईपी सीट का लेटर भेजकर फ्रॉड करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की गई है। रेलवे बोर्ड ने उस व्यक्ति के नाम व नम्बर की जानकारी सभी रेलवे जोन को भेजकर अलर्ट किया है। साथ ही ऐसे किसी भी एचओ कोटा के लेटर पर सीट आवंटित नहीं करने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना के कारण भारतीय रेलवे की नियमित ट्रेनों का संचालन बंद है, लेकिन 30 राजधानी तथा दो सौ नॉन एसी विशेष ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। हाल में उत्तरप्रदेश, बिहार, ओडिशा समेत अलग-अलग राज्यों में गए श्रमिक वापस उद्योगों से जुडऩे के लिए शहरों की तरफ जाना चाहते हैं, लेकिन ट्रेनों की संख्या सीमित होने के कारण उन्हें कन्फर्म टिकट मिलने में दिक्कत आ रही है। कुछ खास लोगों के द्वारा सीनियर अधिकारियों या नई दिल्ली रेलमंत्री कार्यालय से एचओ कोटा में सीट कन्फर्म करवाने का मामला सामने आया है। इसी दौरान रेल राज्यमंत्री सचिवालय कार्यालय से 29 अगस्त को दो ट्रेन के लिए एचओ कोटा में सीट आवंटित करने के लिए आरक्षण स्लीप जारी की गई है।
इसमें एक स्लीप पर 09040 मुजफ्फरपुर-बान्द्रा अवध स्पेशल एक्सप्रेस में चार यात्रियों तथा 05645 गुवाहाटी-एलटीटी स्पेशल ट्रेन में छह यात्रियों की जानकारी देकर एचओ कोटा में सीट देने के लिए कहा गया था। इसमें रेफरेंस में चंदन पीए/एमओएसआर तथा मोबाइल नम्बर 990****81 लिखा हुआ था। यह दोनों ट्रेन 30 अगस्त को चलने वाली थी। स्लीप पर नीचे मोस्ट इम्पोर्टेन्ट भी लिखा हुआ था। अधिकारियों को वह लेटर फर्जी लगा तो जांच की गई। सूत्रों ने बताया कि एमओएसआर ईडीपीजी धनंजय सिंह ने एक लेटर जारी करके सभी जोन को इस चंदन नामक व्यक्ति की जानकारी देते हुए एचओ कोटा की सीट आवंटित करने में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला कि चंदन को एचओ कोटा के लिए आरक्षण स्लीप भरने का अधिकार नहीं है। फिर भी वह नई दिल्ली से देश के अलग-अलग जोन के महाप्रबंधक कार्यालय में रेलमंत्री के पीए के नाम से लेटर भेजकर सीटें कन्फर्म करवाता था।