दिल वालों की दिल्ली के लिये ही दिल हैं नही…..

दिल्ली। देश की राजधानी में बैल गाड़ी की सवारी….. अब आप सोच रहे होगे कि हम ये क्या कह रहे हैं। तो हम आपको बता दें आज हम आपको 21 वी सदी के देश के उस राजधानी की तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जो कि 21 वी सदी की दिल्ली की पोल खोल देगी। वो दिल्ली जो न सिर्फ हमारे देश की राजधानी हैं बल्कि हमारे देश की आन बान और शान भी हैं। वो दिल्ली जहां एक नही दो दो सरकारे काम करती हैं। वो दिल्ली जहां एक तरफ तो बड़ी बड़ी बातें और 21 वी सदी की हसीन सपना दिखाने वाली मोदी सरकार हैं तो वही दूसरी तरफ भष्टाचार के मुद्दे पर हमेशा मुखर रहने वाली केजरीवाल सरकार हैं। लेकिन बावजुद इसके यहां की हालात की जो तस्वीर हम आप को दिखाने जा रहे हैं उसे देख के आप हैरान हो जायेगें।

ये तस्वीर हैं दिल वालों के दिल्ली की। कहने के लिये तो ये दिल वालों की दिल्ली हैं लेकिन यहां जो सरकार हैं शायद उसके पास दिल ही नही हैं। ये बात हम यूं ही नही कह रहे। इस बात की तश्दीक करती हैं तश्वीर…. दिल्ली में हर बरसात के पहले एमसीडी, केन्द्र सरकार, दिल्ली सरकार बड़े बड़े वादे तो करती हैं लेकिन हर साल बरसात में दिल्ली का वही पुराना हाल रहता हैं। इस बार भी दिल्ली का वही हाल हैं यही वजह हैं कि इस बार दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके अडंरपास क्रास करने के लिये लोगों को बैलगाड़ी का सहारा लेना पड़ा…

इस फोटो में आप साफ देख सकते हैं कि बैल गाड़ी पर बैठें लोग किस तरह से पानी  में गिर रहे हैं। तुगलकाबाद इलाके में अंडरपास के इस पार से उस पार जाने के लिये लोग वहां पर मौजुद बैल गाड़ी से एक तरफ से दूसरे तरफ जा रहे थे तभी अचानक सड़क पर बने गढ्ढ़े में जैसे ही बैल गाड़ी का एक पहिया जाता हैं वैसे ही बल गाड़ी पर बैठे लोग पानी में गिर जाते हैं।

इस बैलगाड़ी से अंडरपास क्रास करना के लिये बैलगाड़ी वाले बकायदा 10 रूपये प्रति सवारी भी वसूल रहा हैं। लेकिन इस सब के बावजुद दिल्ली सरकार और एमसीडी़ अपनी आखें बन्द किये हुए हैं।

दिल्ली का फिलहाल सुद लेने वाला कोई दिखाई नही दे रहा हैं। सभी राजनैतिक पार्टीयां केवल और केवल एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाकर अपनी राजनैतिक रोटीयां सेक रही हैं। ऐसे में ये कहना कही से गलत नही होगा कि इस सभी के पास दिल वालों की दिल्ली के लिये दिल हैं ही नही।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here