डॉ दिलीप अग्निहोत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षा पीठ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई। इसके अलावा उन्होंने अपनी इस यात्रा के दौरान कोरोना उपचार व गरीबों को राशन उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया। वह सभी जनपदों में भ्रमण के दौरान अस्पतालों का निरीक्षण अवश्य करते है। वहां कोरोना मरीजों के इलाज की स्थितियों की जानकारी प्राप्त करते है। गोरखपुर में उन्‍होंने वहां बन रहे पांच सौ बेड के बाल संस्‍थान को भी देखा। मुख्‍यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस संस्‍थान के भवन में तीन सौ बेड का नया कोविड अस्‍पताल तीस अगस्‍त तक हर हाल में तैयार करें।मुख्‍यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में सत्तर हजार टीमें डोर टू डोर सर्वे कर कोरोना मरीजों का पता लगा रही हैं। रोज एक लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है। अधिक जांच के चलते कोरोना मरीजों की तादाद भी बढ़ रही है।

इस वक्‍त प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए डेढ़ लाख से ज्‍यादा बेड उपलब्‍ध हैं। शर्तों के साथ बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन की भी सुविधा दी गई है। लेकिन यदि घर पर अलग से कमरा या बाथरूम नहीं है तो ऐसे लोगों को भी कोविड अस्‍पताल में आना होगा। गोरखपुर में पूर्वी उत्‍तर प्रदेश के कई जिलों,नेपाल के तराई क्षेत्र और पश्चिमी बिहार से भी लोग इलाज कराने आते हैं। बीआरडी के बाल संस्‍थान में तीन सौ बेड का नया कोविड  अस्‍पताल बनाने के साथ ही सौ बेड के टीवी हॉस्पिटल में लेवल टू और लेवल थ्री की सभी सुविधाओं के साथ वेंटिलेटर और अन्‍य जरूरी उपकरणों के इंतजाम का निर्देश भी दिया गया है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कोरोना से जंग में लगे लोगों को प्रशिक्षित करना भी बेहद जरूरी है।अधिकारियों को नए अस्‍पताल और सुविधाओं के विस्‍तार के साथ ही प्रशिक्षण पर भी ध्‍यान देने का निर्देश दिया गया है। उन्‍होंने प्रदेश के अन्‍य जिलों में भी कोविड के इलाज के लिए लेवल टू और लेवल थ्री अस्‍पताल तैयार करने के निर्देश दिए।

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