मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट की 15 सितम्बर है अंतिम तारिख
हेमांगिनी, संवाददाता, दक्षिण गुजरात.
सूरत। उधना रेलवे गुड्स यार्ड को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशीप (पीपीपी) के तहत मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क (गुड्स टर्मिनल) बनाने में रुचि लेने वाले कुछ पार्टियां सामने आई है। मुम्बई रेल मंडल प्रबंधक ने सोमवार को इन निजी पार्टियों से मुलाकात की और उधना स्टेशन पर डेवलपिंग साइट का निरीक्षण किया।
पश्चिम रेलवे में मुम्बई मंडल के डीआरएम जी. वी. एल. सत्यकुमार ने उधना स्टेशन के गुड्स यार्ड को मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क के रूप में डेवलप करने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके लिए पीपीपी के तहत एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी किया गया है, जिसकी अंतिम तारिख 15 सितम्बर तय की गई है। हाल में ही सत्यकुमार ने उधना और वसई रोड स्टेशन पर तैयार होने वाले गुड्स टर्मिनल प्रोजेक्ट की जानकारी मीडिया से साझा की थी। इसके बाद कुछ निजी पार्टियों ने उधना गुड्स यार्ड को डेवलप करने में रुचि दिखाई है। इन्होंने सत्यकुमार से उधना स्टेशन का साइट विजिट करने की अनुमति मांगी थी।
सत्यकुमार सोमवार को विशेष सैलून से शाम पौने छह बजे उधना स्टेशन पहुंचे और रूचि लेने वाली पार्टियों से ट्रेन में ही मुलाकात की और बाद में साइट विजिट किया।
गौरतलब है कि सूरत स्टेशन के लो लेवल यार्ड में भी डेवलपमेंट कार्य किया जाना है। इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कोर्पोरेशन ने सूरत को मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्टेशन हब बनाने के लिए यह जगह आरक्षित की है। सूरत स्टेशन पर इसका कार्य शुरू होने के पहले लो लेवल यार्ड को उधना गुड्स यार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
सूरत में बड़ी कंपनियां, लॉजिस्टिक को मिलेगा बढ़ावा
सूरत की पहचान हीरा और टेक्सटाइल मार्केट है। साथ ही हजीरा में ओएनजीसी, अदाणी, एलएंडटी और रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियां है। यहां से लॉजिस्टिक सॉल्यूशन को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा। कंटेनर और कार्गो लदान में बड़ा अवसर है। इसको ध्यान में रखकर उधना गुड्स यार्ड को मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क में बदलने का निर्णय किया है। गुड्स टर्मिनल बनने के बाद यहां लोडिंग और अनलोडिंग प्रक्रिया काफी आसान हो जाएगी।