अबकी बार किसका बजेगा डंका
भूमिका, संवाददाता, गुजरात
गुजरात में विभिन्न स्थानीय निकायों के लिए चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम समाप्त हो गया। आज डोर डोर जाकर उम्मीदवार मतदाता को रिज़ा रहे है कल यानी के रविवार को मतदान होगा। कल 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों के चुनाव के लिए मतदान होना है और मतगणना दो मार्च को होगी।
भाजपा बीते रविवार को हुए सभी छह नगर निगमों के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उत्साहित है, वहीं कांग्रेस का मानना है कि पेट्रोल और गैस के बढ़ते दाम और महगाई से त्रस्त जनता चुनाव में हवा का रुख उसकी ओर मोड़ देगा। महानगर पालिक चुनावो में २७ सीट पाकर आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवालके सूरत में रोड शो से आप पार्टी काफी उत्साह में है। पहली बार, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद उल मुस्लिमीन यानी के एआईएमआईएम भी अहमदाबाद में ७ सीट जीतकर नगरपालिका और तालुका पंचायत में कब्ज़ा जमाना चाहती है उसकी नज़र अब गोधरा, मोडासा और भरूच नगरपालिकाओं में अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर है जहा उसने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य के 23,000 मतदान केंद्रों पर मतदान कराने के लिए काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाएंगे
महानगर पालिका चुनाव के बाद अब राज्य में कल जिला पंचायत तहसील पंचायत और नगरपालिका के लिए मतदान होना है जिसके लिए प्रचार थम चुका है कल मतदान होगा सभी जिलों में मतदान के काम मे लगने वाले कर्मचारी रवाना हो गए है ई वी एम रूपी मतपेटियां लेकर मतदान ड्यूटी में तैनात कर्मचारी अपने काम के लिए रवाना हो चुके है पूरे राज्य में 31 जिला पंचायत 231 तहसील पंचायत 81 नगर पालिकाओं के लिए मतदान होगा राज्य में मतदान कर्मियों को मतदान स्थल तक भेजने के लिए 500 बसें लगाई गई है पूरे राज्य में मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए जी आर डी रिजर्व पुलिस फोर्स को पुलिस के अतिरिक्त तैनात किया गया है , आज शाम तक सभी मतकर्मी मतदान केंद्रों पर ई वी एम लेकर पहुंच जाएंगे कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने आपराधिक रिकॉर्ड रखने वाले लोगो की धरपकड़ की है कई अपराधियों को तड़ीपार किया है तैयारियां पूर्ण हो चुकी है
इस बार मुकाबला दिलचस्प है क्योंकि दोनों पार्टियों कांग्रेस और बी जे पी के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी चुनावी ताल ठोकी है सूरत के नतीजों ने आम आदमी पार्टी में जान फूंकी है वहीं ऐ आई एम एम भी बी टी पी के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में है इसलिए चतुष्कोणीय मुकाबला हो रहा है मजबूत पार्टी के रूप में भाजपा जरूर है मगर आप और ए आई एम एम भी कुछ लेकर जाने की उम्मीद लगाए बैठी है जो चुनाव परिणाम दो पार्टियां तय करती थी अब ऐसा नहीं है राज्य में अब राजनीतिक बयार का रुख बदला हुआ है कुछ पार्टियां जो नई नवेली है कुछ जगह सत्ता के समीकरण बिगाड़ेंगी और कुछ जगह जीत भी हासिल कर सकती है