अमरदीप सिंह, संवाददाता, गुजरात
गुजरात। गुजरात में 21 फरवरी को होने वाले महानगर पालिका चुनावों के लिये प्रचार काबिगुल आज से बन्द हो गया हैं। इस बार गुजरात के स्थानीय चुनाव की खास बात ये हैं कि बीजेपी और कांग्रेस के साथ साथ ओवेसी की एआईएमआईएम और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी अपना अपना ताल ठोक रही हैं।
राजनीतिक पार्टीयों ने दिखाई अपनी अपनी ताकत
गुजरात के 6 महानगर पालिक चुनावो के प्रचार के लिए आज मतदान के आखिरी दिन सभी पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया। शहर की सड़कों पर राजनीतिक पार्टियों की रैली और दिनभर नारे ही सुनाई दिए. राज्य की सबसे बड़ी और सत्ताधीन पार्टी में खुद प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने आज प्रचार की कमान संभाली और जमकर रोड शो के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया। अहमदाबाद में 23 किलोमीटर लम्बा रोड शो कर जनता से फिर जीत की अपील की। वही राज्य के मुखिया कोरोना संक्रमित होने के चलते सड़को पर तो नहीं उतर पाए। मगर उन्होंने अस्पताल से ही जनता से वोट मांगने का मौका नहीं छोड़ा। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लोगों से अपील की है कि वे राज्य के छह नगर निगमों के आगामी चुनाव में भाजपा के लिए मतदान करें। रूपाणी 15 फरवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इससे एक दिन पहले वह वडोदरा में चुनावी रैली में बेहोश में हो गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चुनाव एक त्योहार होता है और मतदान करना हर नागरिक का पवित्र कर्तव्य है। मुझे भरोसा है कि बड़ी संख्या में लोग मतदान करेंगे और 21 फरवरी को भाजपा के लिए वोट देंगे।
स्मृति ईरानी का राहुल गांधी को चुनौती
प्रधानमंत्री ने भी पेज प्रमुख को खत लिखकर और उनके काम की सराहना करके इन चुनावो में अपनी उपस्थिति दर्ज कर दी थी। चुंकि स्थानीय निकाय चुनाव बावजूद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी प्रचार में मौजूद रही। राहुल के गढ़ में ही उन्हें हराकर सांसद बनने वाली स्मृति ईरानी को असम में राहुल गांधी की चाय बगानों में काम करने वाले श्रमिकों को लेकर की गई टिप्पणी स्मृति ईरानी को इस कदर अखरी कि उन्होंने वायनाड से कांग्रेस सांसद को गुजरात से चुनाव लड़ने की चुनौती दे डाली।
कांग्रेस के लिये अस्तित्व की लड़ाई
वही बीजेपी एक साथ साथ इस बार ओवेशी और केजरीवाल का सामना कर रही कांग्रेस के लिए ये स्थानीय निकाय चुनाव अस्तित्व की लड़ाई है और इसीलिए वो भी पूरा दमखम लगा रही है। महगाई के मुद्दे पर विपक्ष नेता ने तो गैस सिलिंडर को ही चुनावी मंच पर अपना आसान बना रखा है , परेश धनानि बाइक पर सवार होकर शहर की हर सड़क और गली की ख़ाक छान रहे है लोगो से वोट मांग रहे है ।इन चुनावो को लोकतंत्र की रक्षा करने की दुहाई देकर परेश धनानि लोगो से वोट मांग रहे है।
आप और एआईएमआईएम ने भी ठोंका ताल
राज्य में कई जगह बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओ में खुलेआम दंगल भी देखने को मिला. जमकर जूतमपैजार की तस्वीरें भी सामने आई। कभी प्रचार को लेकर हाथापाई हुई तो कभी उम्मीदवारी पर भिड़ंत हुई। बहरहाल बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी गुजरात की जनता को पारंपरिक राजनीति की जगह एक नया विकल्प देने का वादा कर मैदान में उत्तरी है और मनीष सिसोदिया ने अपने रोड शो में जमकर भीड़ भी इकठ्ठा की है आम आदमी पार्टी गुजरात की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है तो असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में अपनी ताकत आजमाने बीटीपी से गठबंधन कर चुनिंदा सीटों पर लड़ रही है इन सबके बीच निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी दलितों को बाबा साहेब के नाम पर कसम खिला रहे है की वो बीजेपी को वोट न दे ऐसे में गुजरात के चुनावी अखाड़े में इस बार कई दावपेच देखने को मिल रहे है , गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए 21 को वोट पड़ने है जिसके बाद 28 फरवरी को नगरपालिकाओं, जिला पंचायतों और तालुका पंचायतों के चुनाव होंगे। पहले चरण के परिणाम 23 फरवरी को और दूसरे चरण के नतीजे 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे।